...

2 views

महागौरी
ना लूंगा कीमती आधा घंटा
कुछ समय दे दो मुझे थोड़ी,
जिससे मिला सकूँ ,दुर्गा के आठवें रूप से
जिनका नाम है माता महागौरी |

जब शिव को पति बनाने हेतु
किया पार्वती ने कठोर तपस्या,
जिससे काला पर गया था काया
पैदा हुआ घोर समस्या |

तब होकर प्रसन्न आदियोगी ने
माता को गंगा जल से नहलाया,
जिससे देवी कांतिमान गौर वर्ण होकर
हमें महागौरी स्वरुप दिखाया |

वृषभ पर रहती है सवार
अभय ,वर मुद्रा संग लिए डमरू ,त्रिशूल ,
हैं प्रिय भोग पूरी, हलवा, खीर
कभी चढ़ाने से मत जाना भूल |


© All Rights Reserved