ख्वाहिश
ख्वाहिशों को पास आने दीजिए
उल्फत को रास आने दीजिए
अब्र छंट गए हैं अभी
सितारों को जगमगाने दीजिए
कभी शबनम से काम चलाए थे
आज बारिश में भींग जाने दीजिए
हर शय में लज्जत है
कभी दिल को बहाने दीजिए
ख्वाहिशों को पास आने दीजिए
© Nitin Singh
उल्फत को रास आने दीजिए
अब्र छंट गए हैं अभी
सितारों को जगमगाने दीजिए
कभी शबनम से काम चलाए थे
आज बारिश में भींग जाने दीजिए
हर शय में लज्जत है
कभी दिल को बहाने दीजिए
ख्वाहिशों को पास आने दीजिए
© Nitin Singh
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