नाराज
मेरी सारी खामियां गीन ली
मेरी कुछ कोशिशें भी चुन लेते।।
परवाह करते हैं बस अब जताते नहीं
इन होंठों पर अब बात आते नहीं।।
हालात कैसे भी हो गुनगुनाते है हम
तुम बिन भी जिंदगी बिताते हैं हम।।
छोड़ जाने की हजारों वजह दे दी,
रुक...
मेरी कुछ कोशिशें भी चुन लेते।।
परवाह करते हैं बस अब जताते नहीं
इन होंठों पर अब बात आते नहीं।।
हालात कैसे भी हो गुनगुनाते है हम
तुम बिन भी जिंदगी बिताते हैं हम।।
छोड़ जाने की हजारों वजह दे दी,
रुक...