23 views
तेरा वो तिल
मेरे यार हसीं तुम लगते हो
नज़रों को हटाना है मुश्किल
तुमको मैं बता दूं क्या सजनी
क्या हाल बनाता तेरा वो तिल
रौनक है तेरे चेहरे की
होंठों की शान बढ़ाता है
तेरे चेहरे के नूर के संग
अपना वो मेल मिलाता है
उसकी बाबत लगता चेहरा
जैसे तारों सा झिलमिल
माथे पे बिंदी लगता है तेरा वो तिल
लगता है औंस वो पत्तों की
जीवन मे जोश सा लगता है
जुगनू सा दिखता रातों का
शोले सा यार सुलगता है
लगता है पागल कर देगा
इतना वो लगता है काबिल
भूल भुलैया जैसा है तेरा वो तिल
© SK
#WritcoQuote #poembysk
नज़रों को हटाना है मुश्किल
तुमको मैं बता दूं क्या सजनी
क्या हाल बनाता तेरा वो तिल
रौनक है तेरे चेहरे की
होंठों की शान बढ़ाता है
तेरे चेहरे के नूर के संग
अपना वो मेल मिलाता है
उसकी बाबत लगता चेहरा
जैसे तारों सा झिलमिल
माथे पे बिंदी लगता है तेरा वो तिल
लगता है औंस वो पत्तों की
जीवन मे जोश सा लगता है
जुगनू सा दिखता रातों का
शोले सा यार सुलगता है
लगता है पागल कर देगा
इतना वो लगता है काबिल
भूल भुलैया जैसा है तेरा वो तिल
© SK
#WritcoQuote #poembysk
Related Stories
19 Likes
5
Comments
19 Likes
5
Comments