...

6 views

तेरी तस्वीर - भाग १
प्रेमरस से परिपूर्ण हृदय की वेदना को परिभाषित करती मेरे लेखक जीवन की प्रथम कविता.....

"तेरी तस्वीर"

तेरी तस्वीर दिल में बसाकर
तन्हा होकर जिये जा रहे हैं
इश्क़ तुझसे किया चोरी छुपके
इसलिये विष पिये जा रहे हैं

हीरे मोती सरीखा नहीं था
दिल ये मेरा था पत्थर का टुकड़ा
इस कमी का उठाके मजा वो
घाव गहरे किये जा रहे हैं

मन है उसका कली जैसा कोमल
आँखे उसकी शरारत भरी हैं
जिनको हमसे नहीं कोई मतलब
नाम उनका लिये जा रहे हैं

इश्क़ में तुम कभी यूँ न करना
जितनी चादर हो उतना पसरना
हमने हद की मोहब्बत में यारों
अब ये किस्मत सिये जा रहे हैं

© आदित्य
04.05.2022 / 10:19 pm @ YQ

#WritcoQuote #writco #writcoapp #poem #poemoftheday #myfirstpoem #teritasveer #yqwriter #yqdidi #yqbaba

@Writco @roop_0711 @Gane5135 @lassiethevar