सबके बीच हूँ में
सबके बीच हूँ में मगर खामोश सा हूँ ..
शब्द घूम से सोये हुए हे मेरे मगर सबके जहन में चल रहा हूँ में ..
हस्ती ऊँची नहीं मेरी
मगर सबके सोच से अगल चल बोल लिख कर रहा हूँ में
सबके बीच हूँ में मगर खामोश सा हूँ ..
आकिंचन रवि
शब्द घूम से सोये हुए हे मेरे मगर सबके जहन में चल रहा हूँ में ..
हस्ती ऊँची नहीं मेरी
मगर सबके सोच से अगल चल बोल लिख कर रहा हूँ में
सबके बीच हूँ में मगर खामोश सा हूँ ..
आकिंचन रवि
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