वसंत ऋतु आ गयी
देखो वसंत ऋतु आ गयी फिर से, नव चेतन नव हर्ष लिए,
सुमन खिल उठे, फिर से, यौवन का संचार लिए,
हरियाली से पटी परी धरा, नव युग का आग़ाज़ लिए,
नभचर भी कलरव करते है नव भोर की आभास लिए,
जीवन हर पल प्रफुल्लित है ,नव कन कन का उल्लास लिए
हम भी तुम भी, सब हर्षित है, नवीनता का उदगार लिए l
देखो वसंत ऋतु आ गई,
फिर से नव वर्ष स्थापित किये हुएl
© Life is beautiful
सुमन खिल उठे, फिर से, यौवन का संचार लिए,
हरियाली से पटी परी धरा, नव युग का आग़ाज़ लिए,
नभचर भी कलरव करते है नव भोर की आभास लिए,
जीवन हर पल प्रफुल्लित है ,नव कन कन का उल्लास लिए
हम भी तुम भी, सब हर्षित है, नवीनता का उदगार लिए l
देखो वसंत ऋतु आ गई,
फिर से नव वर्ष स्थापित किये हुएl
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