संविधान
ना कोई संविधान को मान रहा है और ना ही कोई एक्सेप्ट कर रहा है
और बहुत ऐसे हैं कि जो संविधान के बारे में कुछ मालूम ही नहीं, और जिसे संविधान मालूम है वो उसका सही उपयोग नहीं करता।
ना कोई कानून का सही पालन कर रहा है और ना कोई नागरिक अपने समाज में सही से रह रहा है,
अब तो न्याय भी सही से नहीं हो रहा है, अक्सर...
और बहुत ऐसे हैं कि जो संविधान के बारे में कुछ मालूम ही नहीं, और जिसे संविधान मालूम है वो उसका सही उपयोग नहीं करता।
ना कोई कानून का सही पालन कर रहा है और ना कोई नागरिक अपने समाज में सही से रह रहा है,
अब तो न्याय भी सही से नहीं हो रहा है, अक्सर...