...

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Love and attachment.
प्रेम और attachment मे ये फ़र्क होता है
के जब आपको प्रेम होता है
या आप प्रेम करते है
तब even if you are at loss
आप और अधीक संवेदनशील
और अधीक बैहतर इंसान के रूप में निखर के उठते है!
और जब attachment होता हैं
और बहुत जटिल और गहरा attachment होता है,
यूं भी attachment मे आप उस व्यक्ति को पाकर भी कभी कुछ नहीं पा सकते,
क्योंकि प्रेम अंधा नहीं होता
प्रेम आपकी खूबी खामी
सब देख सकता है,
फिर भी वह आपसे प्रेम करता है।
किंतु attachment अंधा होता है,
which makes you obsessed.
and then that obsession makes you what you do and later what you become.
और इसीलिए..
जब उसे आप प्रत्यक्ष में खो देते है
अपने जीवन से।
तब आप ख़ुद भी विकृत हो जाते है और आस पास या आपके जीवन में आने वाले हर व्यक्ति का जीवन को विकृत करते है।
आप अकारण ही hurt करते है लोगो
को।
जबकि प्रेम मे घायल व्यक्ति कभी किसी को hurt नहीं कर सकता।
जब प्रेम में आप ऊपर उठते है,
किसी को खो कर भी
पहली तो प्रेम किसी को खो नहीं सकता!
लोग प्रेम को खोते है,
प्रेम किसी को नहीं खोता...!!
वह टूटता ज़रूर है,
मगर बिखर के भी वह औरों के काम ही आता है।
दिल में दर्द होकर भी
आप जगत के लिए healer बन जाते है।
क्योंकि आपको अपना दर्द
और संवेदनशील बना देता है
जीवन के प्रति, औरों के प्रति!!


#Love #divinelove

© D💚L