...

1 views

मुहब्बत
मैरी मुहब्बत हमेशा कायम रही काव्य और शायरी से
क्योंकि उनके लिए जज्बाती छंदो का ज़खीरा
मेरे आस पास हमेशा मंडराता रहा

एक दीप हमेशा जलता रहा मन के आखरी अँधेरे कोने मे
तभी तो मन की बात कागज़ पर उतारने का अवसर मुझे मिलता रहा