में फिर से महकना चहता हूं...
फीका पड़गया तेरी याद में, अब चमकना चहता हुं...
सिमट गया हूं बहत, अब मैं बिखरना चाहता हूं...
खोखले दिल को, फिर अरमानों से भरदेना चाहता हूं......
सिमट गया हूं बहत, अब मैं बिखरना चाहता हूं...
खोखले दिल को, फिर अरमानों से भरदेना चाहता हूं......