नारी के बंधन
❗ नारी बंधी है ❗
तीज से ~ चौथ से,
छठ से ~ अहोई से,
निर्जल ~ व्रत से,
अर्घ्य से ~ पारण से,
मन्नत से ~ मौली से,
टोटके से ~ संकल्प से.
दो गरम फुलकों से,
घी से तर हलुए से,
मलाई वाले दूध से,
इस्त्री किये हुए कपड़ों से,
जिल्द लगी किताबों से,
सलीके से दौड़ती गृहस्थी से,
घड़ी...