एक बात कहूँ... सुनोगे ? सुन लो..!!
एक बात कहूँ... सुनोगे ? सुन लो !
तुमसे उम्मीद तो नही है...
लेकिन फिर भी, मेरा ऐतबार करोगे ? करलो...
नही तो पछताओगे ! क्या पता आने वाले पलो मे
जिन्दगी की राह पर चलते चलते... किसी पल
किसी मोड़ पर मेरी ये मासूम सी आँखे...
जो तुमारा चेहरा देखने को तड़पती है !
तुमें तड़पता देखकर भी फिर जाये,
मेरा ये मासूम सा दिल... जो तुमारी एक झलक पर,
एक पल के लिये धड़कन रोक देता है ! इसकी हर धड़कन...
तुमें अपना दिल थामने को मजबूर कर दे... क्योकि
तुमारे इन्तजार मे, बहुत तड़प चुकी है ये आँखे...
बहुत बार टूटा है दिल तुमारे प्यार मे... लेकिन... जाने क्यू ?
वो एहसास जिसने मुझको बदला, मेरे दिल को चूर कर दिया...
तुमारे दिल को छू तक ना सका... शायद !
तुमने कोशिश ही नही की महसूस करने की इसलिये
एक बार फिर... मुझको ही बदलना पड़ेगा !
क्योकि ? सबकुछ बदल सकता है बदल जाता है...
नजरे बदल जाती है, दिल बदल जाते है, वक्त बदल जाता है और
वक्त बदलने पर खुद को बदलना पड़ता है लेकिन ?
तुम क्या समझती हो... तुम आज जैसी हो, जो भी हो...
कल भी वैसे ही रहोगी, वही रहोगी ! तुमको भी बदलना पड़ेगा, तुम भी बदलोगी ! पर हो सकता है जब वो पल आये...
तबतक सबकुछ बदल चुका हो, इसलिये कह रहा हूँ... अभी वक्त है
शायद अभी कुछ भी नही बदला !
अभी तुम भी वही हो, मै भी वही हूँ, हो सकता है... आने वाले पलो मे
मै कही खो जाऊ ? तुम कही खो जाओ ? अभी वक्त है...
अभी मेरा ऐतबार कर लो ! इसके पहले कि... इस दिल से... इन आँखो से...
उस पल का एहसास कही खो जाये !
इनमे बसी मासूमियत... वो प्यार... नफरत मे बदल जाये
क्योकि अब सबकुछ बदल रहा है इसके पहले कि,
मै बदल जाऊ...एक बार कोशिश करना समझने की,
कभी गौर से देखना... हो सकता है तुझे कुछ तो नजर आये, समझने की कोशिश करना... शायद ? एक एहसास हो तुमको, वो एहसास जिसने मुझको बदल दिया...
तुमको भी बदल सके, तेरा दिल भी बदले... जो प्यार
बरसो से इस दिल मे भरा है शायद ? तुमारे दिल को भी पिघला दे...
लेकिन नही... !!!
ये तो बस इक सपना है...
ऐसा हो ही नही सकता... क्योकि इन आँखो ने...
हर सपने को टूटते देखा है... शायद सबको एहसास नही होता है
उस प्यार का... उस तड़प का... उस दर्द का... हो सकता है
तुमको भी ना हो... फिर भी जाने क्यूँ ?
आज भी दिल मे टूटा हुआ वो सपना सजा है कि
ऐ काश... कभी तो एहसास होगा तुमें ! इसके पहले कि...
सबकुछ बदल देने वाला वो वक्त वो हवा...
हमको बहा ले जाये ! बिखरा जाये... अभी वक्त है...
मेरा ऐतबार कर लो... नही तो पछताओगे...
सच... बहुत पछताओगे... !!!
© mayank varma
तुमसे उम्मीद तो नही है...
लेकिन फिर भी, मेरा ऐतबार करोगे ? करलो...
नही तो पछताओगे ! क्या पता आने वाले पलो मे
जिन्दगी की राह पर चलते चलते... किसी पल
किसी मोड़ पर मेरी ये मासूम सी आँखे...
जो तुमारा चेहरा देखने को तड़पती है !
तुमें तड़पता देखकर भी फिर जाये,
मेरा ये मासूम सा दिल... जो तुमारी एक झलक पर,
एक पल के लिये धड़कन रोक देता है ! इसकी हर धड़कन...
तुमें अपना दिल थामने को मजबूर कर दे... क्योकि
तुमारे इन्तजार मे, बहुत तड़प चुकी है ये आँखे...
बहुत बार टूटा है दिल तुमारे प्यार मे... लेकिन... जाने क्यू ?
वो एहसास जिसने मुझको बदला, मेरे दिल को चूर कर दिया...
तुमारे दिल को छू तक ना सका... शायद !
तुमने कोशिश ही नही की महसूस करने की इसलिये
एक बार फिर... मुझको ही बदलना पड़ेगा !
क्योकि ? सबकुछ बदल सकता है बदल जाता है...
नजरे बदल जाती है, दिल बदल जाते है, वक्त बदल जाता है और
वक्त बदलने पर खुद को बदलना पड़ता है लेकिन ?
तुम क्या समझती हो... तुम आज जैसी हो, जो भी हो...
कल भी वैसे ही रहोगी, वही रहोगी ! तुमको भी बदलना पड़ेगा, तुम भी बदलोगी ! पर हो सकता है जब वो पल आये...
तबतक सबकुछ बदल चुका हो, इसलिये कह रहा हूँ... अभी वक्त है
शायद अभी कुछ भी नही बदला !
अभी तुम भी वही हो, मै भी वही हूँ, हो सकता है... आने वाले पलो मे
मै कही खो जाऊ ? तुम कही खो जाओ ? अभी वक्त है...
अभी मेरा ऐतबार कर लो ! इसके पहले कि... इस दिल से... इन आँखो से...
उस पल का एहसास कही खो जाये !
इनमे बसी मासूमियत... वो प्यार... नफरत मे बदल जाये
क्योकि अब सबकुछ बदल रहा है इसके पहले कि,
मै बदल जाऊ...एक बार कोशिश करना समझने की,
कभी गौर से देखना... हो सकता है तुझे कुछ तो नजर आये, समझने की कोशिश करना... शायद ? एक एहसास हो तुमको, वो एहसास जिसने मुझको बदल दिया...
तुमको भी बदल सके, तेरा दिल भी बदले... जो प्यार
बरसो से इस दिल मे भरा है शायद ? तुमारे दिल को भी पिघला दे...
लेकिन नही... !!!
ये तो बस इक सपना है...
ऐसा हो ही नही सकता... क्योकि इन आँखो ने...
हर सपने को टूटते देखा है... शायद सबको एहसास नही होता है
उस प्यार का... उस तड़प का... उस दर्द का... हो सकता है
तुमको भी ना हो... फिर भी जाने क्यूँ ?
आज भी दिल मे टूटा हुआ वो सपना सजा है कि
ऐ काश... कभी तो एहसास होगा तुमें ! इसके पहले कि...
सबकुछ बदल देने वाला वो वक्त वो हवा...
हमको बहा ले जाये ! बिखरा जाये... अभी वक्त है...
मेरा ऐतबार कर लो... नही तो पछताओगे...
सच... बहुत पछताओगे... !!!
© mayank varma