वक्त
वक्त को वक्त कहां वो वक्त अपना जाया करें,
तकदीर मेरी दोस्त नहीं जो यारी मुझसे निभाया करे.
बिगड़ते हालातों ने सिखाया है मुझे जीने का हुनर,
टूटती आस से अपने दिल को कैसे समझाया...
तकदीर मेरी दोस्त नहीं जो यारी मुझसे निभाया करे.
बिगड़ते हालातों ने सिखाया है मुझे जीने का हुनर,
टूटती आस से अपने दिल को कैसे समझाया...