मितवा रे...my first hindi song...By:- Sagar Raj Gupta.
मितवा रे.. ओ मितवा...
दिया है दर्द तुमने मुझको मैं आज वो कहने आया हूँ,
दिल की बातों कों ज़ुबान पे रखके मैं तेरे दिल में रहने आया हूँ.... M मुखड़ा
मितवा रे.... ओ मितवा.... M (आलाप )
कैसे रहूं तेरे बिन ना कभी मैंने जाना है
तेरे इश्क़ और वफ़ाओं कों मैंने कहाँ पहचाना है... M
बाहें मेरी खाली है और न जाने तुम कहाँ पर हो
तेरी यादें जीने न दे और हर लम्हे में तुम ही तुम हो... F
इसी अधूरी मोहब्बत के बीच मैं ये कहने आया हूँ
दिल की बातों कों ज़ुबान पे रखके मैं तेरे दिल में रहने...
दिया है दर्द तुमने मुझको मैं आज वो कहने आया हूँ,
दिल की बातों कों ज़ुबान पे रखके मैं तेरे दिल में रहने आया हूँ.... M मुखड़ा
मितवा रे.... ओ मितवा.... M (आलाप )
कैसे रहूं तेरे बिन ना कभी मैंने जाना है
तेरे इश्क़ और वफ़ाओं कों मैंने कहाँ पहचाना है... M
बाहें मेरी खाली है और न जाने तुम कहाँ पर हो
तेरी यादें जीने न दे और हर लम्हे में तुम ही तुम हो... F
इसी अधूरी मोहब्बत के बीच मैं ये कहने आया हूँ
दिल की बातों कों ज़ुबान पे रखके मैं तेरे दिल में रहने...