पृथ्वी
पृथ्वी
गोलामात्र नहीं
ब्रह्मांड की चेतना है।
पृथ्वी
शून्य नहीं
एक अशेष संवेदना...
गोलामात्र नहीं
ब्रह्मांड की चेतना है।
पृथ्वी
शून्य नहीं
एक अशेष संवेदना...