तुमसे बात किए बगैर मुझे नींद नहीं आती
तुमसे बात किए बगैर मुझे नींद नहीं आती
मेरे दिल को तेरे सिवा कोई समझ नहीं पाती
बैचेन हो उठता है दिल मेरा नसें रक्त नहीं बहाती
दीदार में तड़फ उठती है आंखे पलक नहीं झपकाती
सच कहूं तुमसे तो सनम मेरे
तुमसे बात किए बगैर मुझे नींद नहीं आती
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मेरे दिल को तेरे सिवा कोई समझ नहीं पाती
बैचेन हो उठता है दिल मेरा नसें रक्त नहीं बहाती
दीदार में तड़फ उठती है आंखे पलक नहीं झपकाती
सच कहूं तुमसे तो सनम मेरे
तुमसे बात किए बगैर मुझे नींद नहीं आती
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