नहीं रोकेंगे तुम्हें।
क्या बचा है, जो तुम्हें रोके,
बैठे हैं अपना , बजूूद खोके।
कांटे भी संग ही उगते हैं,
देखा फू्लों का बीज बो के।
दिल संवर...
बैठे हैं अपना , बजूूद खोके।
कांटे भी संग ही उगते हैं,
देखा फू्लों का बीज बो के।
दिल संवर...