तकलीफ़
कोइ तकलीफ देता है कोई मरहम लगाता है।
मेरे तस्वीर के आगे ख़ुद कि तस्वीर लाता है।
पेशानी पर लिखा मेरे बिछड़ जाना फ़िर एक दिन।
जबाना गम दिया मुझको ओ फिर मरहम लगाता है।...
मेरे तस्वीर के आगे ख़ुद कि तस्वीर लाता है।
पेशानी पर लिखा मेरे बिछड़ जाना फ़िर एक दिन।
जबाना गम दिया मुझको ओ फिर मरहम लगाता है।...