काश!
काश!
मैं वहाँ होता ..
फिर देख पाता..
हवाओं के तीर से
नन्हीं रोशनी को
कैसे बचाया जाता है...
लहराती
जल की किरणें
अपने भीतर ठहरती
तस्वीर से क्या बातें करतीं हैं... ?
झुमके, ...
मैं वहाँ होता ..
फिर देख पाता..
हवाओं के तीर से
नन्हीं रोशनी को
कैसे बचाया जाता है...
लहराती
जल की किरणें
अपने भीतर ठहरती
तस्वीर से क्या बातें करतीं हैं... ?
झुमके, ...