प्रेम का पर्याय
मन के भीतर झांकती है
कई यादें विस्ममृतिया
देती है कई बार दुःख
कई बार ये यादें ज़ंज़ोड़ती...
कई यादें विस्ममृतिया
देती है कई बार दुःख
कई बार ये यादें ज़ंज़ोड़ती...