तुम
सूख गया है आंख का दरिया
अब तुम पहले सी परवाह नहीं करते।
रिस रहा है सिर्फ जफा का धुंआ
पर तुम पहले सी वफ़ा नहीं करते।
© Jyoti Dhiman
अब तुम पहले सी परवाह नहीं करते।
रिस रहा है सिर्फ जफा का धुंआ
पर तुम पहले सी वफ़ा नहीं करते।
© Jyoti Dhiman