बचपन का प्यार
वो सोलह साल का उम्र वो प्रीतम का प्यार,
वो चुपके से आहे भरके उसका इंतजार
दिल की बेकरारियां,होस गवा के रोज दिल से दिमाग का तकरार
लाल दुपट्टे में खोया बचपन का प्यार।
अभी न सावन भाए न फागुन ,हर दिन एक समान
ना झूला,ना आम का बगीचा ,
ना वो कोने का मंदिर,ना वो मौसी का लाड़
लाल...
वो चुपके से आहे भरके उसका इंतजार
दिल की बेकरारियां,होस गवा के रोज दिल से दिमाग का तकरार
लाल दुपट्टे में खोया बचपन का प्यार।
अभी न सावन भाए न फागुन ,हर दिन एक समान
ना झूला,ना आम का बगीचा ,
ना वो कोने का मंदिर,ना वो मौसी का लाड़
लाल...