...

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मुझको तू मीरा होने दे..
तेरे प्रेम में मैं भई बावरी,‌
अब मन का सुध-बुध खोन दे।

मोह न तेरे सिवा कोई मोहन,
तेरे स्वप्न हृदय में पिरोने दे।

तू राधा के नाम से जाना जाए,
मुझे बैरागी को तेरे नाम का होने दे।

ना रूप राधा सा, ना भाग्य रुक्मणी सा,
मुझको तू मीरा होने दे।
मुझको तू मीरा होने दे।।



© arya💜