Dua
कईयों ने सिर को झुकाया हैं , सजदे में
कई हाथों ने जुडकर माँगी हैं दुआएं
कई आँखों से बहें हैं,अनमोल आँसू
और कई होंठों ने प्रार्थनाए की है
तब जाकर सम्भली हैं तबीयत-ए-नासाज
और जमाने को लगता है कि ये सारा दवाओं का असर हैं ।।।
बिल्कुल गलत ये दवाओं का नहीं, सिर्फ और सिर्फ आपकी दुआओं का असर हैं ।
apki dua ka shukriya
© kavita solanki -'poem'
कई हाथों ने जुडकर माँगी हैं दुआएं
कई आँखों से बहें हैं,अनमोल आँसू
और कई होंठों ने प्रार्थनाए की है
तब जाकर सम्भली हैं तबीयत-ए-नासाज
और जमाने को लगता है कि ये सारा दवाओं का असर हैं ।।।
बिल्कुल गलत ये दवाओं का नहीं, सिर्फ और सिर्फ आपकी दुआओं का असर हैं ।
apki dua ka shukriya
© kavita solanki -'poem'