जूही
तुम कल-कल करती नदिया हो!
मैं झूलता पुल सा हूँ
तुम लहरों सी जब उठती हो!
मैं छूकर तुम्हें खुश हो जाता हूँ
तुम पहाड़ों की बर्फ सी हो!
मैं बर्फ की बूँदों सा हूँ
तुम जब बर्फ बन...
मैं झूलता पुल सा हूँ
तुम लहरों सी जब उठती हो!
मैं छूकर तुम्हें खुश हो जाता हूँ
तुम पहाड़ों की बर्फ सी हो!
मैं बर्फ की बूँदों सा हूँ
तुम जब बर्फ बन...