मज़ा
दर्द दिल के मिट जाए, तो जीने का क्या मज़ा
सीधे मंज़िल मिल जाए, तो सफर का क्या मज़ा
इश्क़ की उल्फ़तें मिट जाए, तो प्यार में क्या मज़ा
मांगने से मौत मिल जाए, तो मरने...
सीधे मंज़िल मिल जाए, तो सफर का क्या मज़ा
इश्क़ की उल्फ़तें मिट जाए, तो प्यार में क्या मज़ा
मांगने से मौत मिल जाए, तो मरने...