...

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सकरात्मक रहो
रो पड़ी है ज़िंदगी
लाशों के ढेर पे
वो कहते हैं कि सकारात्मक रहो
रोते हैं माँ बाप केमिस्ट्स के आगे
दो इंजेक्शन्स इकलौते बेटे के वास्ते
वो कहते हैं सकारात्मक रहो
तड़प के दम तोड़ती नई ब्याही बहु
वो कहते हैं सकारात्मक रहो
रो पड़ी ज़िन्दगी सियासतदां के आगे
वो कहते हैं सकारात्मक रहो


© Anuj Jain
@anujjain2866
#anujwrites
#positivity