जाने दो
#जाने-दो..!
जाने दो जो चला गया,
मृगछालों से जो ठगा गया।
बेवक्त जो वक्ता बना गया,
वफा की क्या उम्मीद करे
मेरा हमदर्द ही दगा कर गया
वादे मुझ से वो हजार कर के
हर पहलू से मुकर गया
छोड़ा था जिसके लिए ये जमाना मैने
वो एक पल में मेरी मोहब्बत को रुसवा कर गया
दो जिस्म एक जान का रिश्ता था हमारा
वो अपने साथ मेरा रूह भी छीन ले गया
© raushan1305...✍️🍁
जाने दो जो चला गया,
मृगछालों से जो ठगा गया।
बेवक्त जो वक्ता बना गया,
वफा की क्या उम्मीद करे
मेरा हमदर्द ही दगा कर गया
वादे मुझ से वो हजार कर के
हर पहलू से मुकर गया
छोड़ा था जिसके लिए ये जमाना मैने
वो एक पल में मेरी मोहब्बत को रुसवा कर गया
दो जिस्म एक जान का रिश्ता था हमारा
वो अपने साथ मेरा रूह भी छीन ले गया
© raushan1305...✍️🍁