मेरी कलम।✍️
कितनी अच्छी है, मेरी कलम,
लिख देती है खुशियां और गम।
दिल❤जब भी तन्हा होता हैं,
लिख देती है ,प्यार का मौसम।
उदास जिन्दगी की लय पर भी,
लिख देती है सांसों की सरगम।
दिलों में प्यार हो ना हो,फिर भी,
लिख देती है किस्मत में हमदम।
चांद तो आता है,जाता है मगर,
लिखती है अमावस और पूनम।
अपना मन तो शुरू कर देता है,
वही तो करती है किस्सा खतम।
रोश़नाई बिखराती है, दिलों पर,
मिट जाता है मन का अंतरतम।
बंजर हुई हो जब मन की धरती,
कलम स्याही से सींच करती नम।
वो तो है सबके लेखन की शोभा,
कुछ भी नहीं हैं, उसके बिना हम।
© 💕ss
लिख देती है खुशियां और गम।
दिल❤जब भी तन्हा होता हैं,
लिख देती है ,प्यार का मौसम।
उदास जिन्दगी की लय पर भी,
लिख देती है सांसों की सरगम।
दिलों में प्यार हो ना हो,फिर भी,
लिख देती है किस्मत में हमदम।
चांद तो आता है,जाता है मगर,
लिखती है अमावस और पूनम।
अपना मन तो शुरू कर देता है,
वही तो करती है किस्सा खतम।
रोश़नाई बिखराती है, दिलों पर,
मिट जाता है मन का अंतरतम।
बंजर हुई हो जब मन की धरती,
कलम स्याही से सींच करती नम।
वो तो है सबके लेखन की शोभा,
कुछ भी नहीं हैं, उसके बिना हम।
© 💕ss