मैं लिपटी हूँ
मैं लिपटी भावनाओं में,
मर्यादा, सोच विचारों में,
रीति के कपड़ों में,
सिंगार की रस्मों में,
कभी उतरते चढ़ते रंगों में,
बोझिल ढलते सपनों में,
न मंजूरी के गहनों में,
रूप की झुर्रियों में,
तन की सिहरन में,
मन की उलझन में,
सच की तपन में,
मैं लिपटी हूँ,
मनीषा राजलवाल
© maniemo
मर्यादा, सोच विचारों में,
रीति के कपड़ों में,
सिंगार की रस्मों में,
कभी उतरते चढ़ते रंगों में,
बोझिल ढलते सपनों में,
न मंजूरी के गहनों में,
रूप की झुर्रियों में,
तन की सिहरन में,
मन की उलझन में,
सच की तपन में,
मैं लिपटी हूँ,
मनीषा राजलवाल
© maniemo