नाम तुम्हारा
सोते जगते, खाते पीते
रहता हैं बस ध्यान तुम्हारा,
ज़ब भी लिखने जाऊँ प्रिये
लिख देता हूं नाम तुम्हारा,
भोर कि पहली किरण तुम ही हो,
तुम ही से रोशन शाम हैं मेरी,
दिल कि धड़कन तुम्हारी यादे,
तुम्ही में अटकी जान हैं...
रहता हैं बस ध्यान तुम्हारा,
ज़ब भी लिखने जाऊँ प्रिये
लिख देता हूं नाम तुम्हारा,
भोर कि पहली किरण तुम ही हो,
तुम ही से रोशन शाम हैं मेरी,
दिल कि धड़कन तुम्हारी यादे,
तुम्ही में अटकी जान हैं...