जब भी मैं किसी
जब भी मैं किसी
Apartment building को देखता हूँ
तो सोचता हूँ कि
कितना अनोखा है ये,
कि आखिर कैसे,
एक ऊँची मीनार में,
इतने सारे घर,
इतने सारे परिवार समाये हैं।
घरों के ऊपर घर,
मेरी छत पे इक घर।
कुछ ऊपर नीचे परिवार,
तो कुछ दाएं बाएं।
जैसे वो पूरी ईमारत ही,
एक परिवार हो।
(title image is credited to the owner)
Apartment building को देखता हूँ
तो सोचता हूँ कि
कितना अनोखा है ये,
कि आखिर कैसे,
एक ऊँची मीनार में,
इतने सारे घर,
इतने सारे परिवार समाये हैं।
घरों के ऊपर घर,
मेरी छत पे इक घर।
कुछ ऊपर नीचे परिवार,
तो कुछ दाएं बाएं।
जैसे वो पूरी ईमारत ही,
एक परिवार हो।
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