कहना मैं भी चाहता हूँ
कहना मैं भी चाहता हूँ
मगर कह नहीं पाता हूं
बात बात पर
बस रूठा मैं रहता हूं
सपने लेके आया था
मैं अपने साथ भी
लेकिन पता नहीं
किस बात पर नाराजगी
सब कुछ देखो
बदला बदला रहता है
दिमाग कुछ और ,
मन कुछ और कहता है
लगता है...
मगर कह नहीं पाता हूं
बात बात पर
बस रूठा मैं रहता हूं
सपने लेके आया था
मैं अपने साथ भी
लेकिन पता नहीं
किस बात पर नाराजगी
सब कुछ देखो
बदला बदला रहता है
दिमाग कुछ और ,
मन कुछ और कहता है
लगता है...