मां तुमसे अच्छा कोई नहीं...
'मां' इस शब्द में सारी दुनिया समाई,
तुमसे ही ये सारी दुनिया आई,
मां तुने ही तो दुनिया बनाई,
तेरा प्यार ही है मेरी कमाई,
मां तुमसे अच्छा कोई नहीं....
मां जब मैं रोती हूं,
तो तुम्हें मेरे पास पाती हूं,
सुरक्षा का एहसास पातीं हूं,
पर तुम किसी भी उलझन में होती हो,
तुम मुझसे क्यों कुछ नहीं कहती हो,
हमेशा चुप रह जाती हो,
तुम मुझसे क्यों नहीं कुछ कह पाती हो,
हमेशा अपने आंसू मुझसे छिपाती हो,...
तुमसे ही ये सारी दुनिया आई,
मां तुने ही तो दुनिया बनाई,
तेरा प्यार ही है मेरी कमाई,
मां तुमसे अच्छा कोई नहीं....
मां जब मैं रोती हूं,
तो तुम्हें मेरे पास पाती हूं,
सुरक्षा का एहसास पातीं हूं,
पर तुम किसी भी उलझन में होती हो,
तुम मुझसे क्यों कुछ नहीं कहती हो,
हमेशा चुप रह जाती हो,
तुम मुझसे क्यों नहीं कुछ कह पाती हो,
हमेशा अपने आंसू मुझसे छिपाती हो,...