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सपनो कि उड़ान

सपनों के पंखों से उड़ान भरो,
आकाश को चूमने का प्रण करो।
रुकावटें हों चाहे जितनी भी,
हिम्मत से हर बाधा को पार करो।

रातों को जागकर मेहनत करना,
कभी मत अपने कदमों को थामना।
सपने वो होते हैं जो जगते में देखे,
उन्हें साकार करो, चाहे लाख तूफान बहके।

धैर्य हो साथ तो मंज़िल मिलती है,
हर मुश्किल से राह निकलती है।
कभी न छोड़ो उम्मीद का हाथ,
जीतोगे जब मंजिल हो पास।

सपनों का जहाँ बसा लो तुम,
हर दिन नए रास्ते खोज लो तुम।
विश्वास हो जब अपने कदमों में,
हर लक्ष्य लगेगा पास एक क्षण में।

हार हो या जीत, सफर को मानो,
हर अनुभव से सीखो, खुद को पहचानो।
सपने बड़े हैं, रास्ते हैं कठिन,
लेकिन साहस से ही पाओगे सही दिशा और गिन।

दुनिया बदलती है जब सोच बदलती है,
जो अपने सपनों पर अडिग रहते हैं,
वही जीवन में ऊँचाइयाँ छूते हैं,
और अपने नाम का इतिहास रचते हैं।

तो चलो, सपनों को मत छोड़ो,
हर पल उन्हें अपना मानो।
मेहनत से सफलताओं का रंग भरो,
और अपनी नई पहचान बनाओ।

इस कविता में सपनों को कभी न छोड़ने और कठिनाइयों से लड़कर अपनी मंज़िल तक पहुँचने का संदेश दिया गया है।

AAP AGAR MENTALITY STRONG BANNE KI SOCH RHE HO TO HAME FOLLOW KAR SAKTE HAIN

BAHAR! SE KYA DIKHA RAHA HAI...
ANDER SE DIKHA...