माँ की दर्द
छूप छूप के रोती है वह
आँखों में आँसू लेके होठों से मुस्कुराती है वह
किसीको अपनी दर्द दिखाती नहीं है
पर दिख जाती है
हमें तो दर्द है पापा के जाने का
पर माँ तो उनकी याद में
सूवह शाम रोती रेहती है
आँखों से आँसू वहाती रेहती है
माँ की दर्द हम देख नहीं पाते है
उसकी दर्द...
आँखों में आँसू लेके होठों से मुस्कुराती है वह
किसीको अपनी दर्द दिखाती नहीं है
पर दिख जाती है
हमें तो दर्द है पापा के जाने का
पर माँ तो उनकी याद में
सूवह शाम रोती रेहती है
आँखों से आँसू वहाती रेहती है
माँ की दर्द हम देख नहीं पाते है
उसकी दर्द...