तरसती निगाहें
वो तरसती निगाहें याद है अब भी
वो बिछड़ते बाहें याद है अब भी
वो मौसम भी तो था पतझड़ का
सूखे पत्तों का गिरना याद है अब भी
वो तरसती निगाहें याद...
वो बिछड़ते बाहें याद है अब भी
वो मौसम भी तो था पतझड़ का
सूखे पत्तों का गिरना याद है अब भी
वो तरसती निगाहें याद...