तुम ही क्यों
सुनो मेरे ख्वाब
तुम इतने भोले
तुम इतने हसीन क्यों
मेरे करीब होकर भी
इतने दूर क्यों
मैं तुम्हारा होना...
तुम इतने भोले
तुम इतने हसीन क्यों
मेरे करीब होकर भी
इतने दूर क्यों
मैं तुम्हारा होना...