रूह
मैं काया के पार हूँ
मेरा सिरा अथाह है
लालसाओं की लहर
कदम रोकेगी उभारों से
कूद पाओगे तुम ?
माँसाहारी है...
मेरा सिरा अथाह है
लालसाओं की लहर
कदम रोकेगी उभारों से
कूद पाओगे तुम ?
माँसाहारी है...