...

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पूनम
अंधियारी थी मेरी ये दुनिया, तू आई बनकर पूनम
है मेरे जीवन की सरगम ये तेरी पायल की छमछम

वीरान पड़ी थी दिल की नगरी तेरे आने से पहले
अब छाया रहता है हरसू दिनरात बहारों का मौसम

दिलपर चलती हैं छुरियां जब तेरी मुस्कान बिखरती है
हैरान मुझे कर जाते हैं तेरी ज़ुल्फ़ों के पेंच-ओ-ख़म

ना पैमाना है हाथों में ना जाम लगा है होठों से
पर उन आंखों में देखा तो छाया बेहोशी का आलम

जीवनपथ पर संग चलना है, अब छोड़ न जाना साथ कभी
तुझसे ही है आबाद मेरी ये दुनिया, ऐ मेरे हमदम
©charudatta_kelkar
© ©charudatta_kelkar