वक्त
वक्त जैसा बन कर गुजर गया मैं उसकी जिंदगी से
दुबारा पाना चाहा उसने मुझे वक्त कहा वापस आता है
दिन के उजाले में करते हो चांद की तमन्ना अजीब हो
दिन में चमकता चांद कहा नजर आता है
उसकी हसरत थी देखे बैठ कर जगमगाते सितारे
आसमान पर चढ़ी है...
दुबारा पाना चाहा उसने मुझे वक्त कहा वापस आता है
दिन के उजाले में करते हो चांद की तमन्ना अजीब हो
दिन में चमकता चांद कहा नजर आता है
उसकी हसरत थी देखे बैठ कर जगमगाते सितारे
आसमान पर चढ़ी है...