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हँसते ज़ख़्म...
हमारे हर जज्बातों का मजाक बनाया है उसने,
समझे थे जिसे हम अपना हमसफर बनाएंगे ।
उसे किसी गैर की बाहों मे देखा हमने हँसते खिलखिलाते,
हमे देखते ही वो उनसे दूर हो गए ।
हम भी होठो पर मुस्कान लिए ,
खुद के कदम पीछे लेते हुए उनसे दूर हो गए,
वो हमे जानबुझकर हँसते जख़्म दे बैठे ,
चाहा जिसे हमने खुद से भी ज्यादा वो दिल मेरा चीर बैठे।
देखा था हमने ख्वाब साथ साथ कई सारे,
वो हर ख्वाब को अपने ऐस का समान समझ बैठे।
सोचा ना था वो मेरी मोहब्बत का इस्तेमाल करेगी,
किसी गैर के लिए मुझसे धोखा करेगी ।
Written by आफरीन
#mohbbat #bewafai #dhokha #dard
समझे थे जिसे हम अपना हमसफर बनाएंगे ।
उसे किसी गैर की बाहों मे देखा हमने हँसते खिलखिलाते,
हमे देखते ही वो उनसे दूर हो गए ।
हम भी होठो पर मुस्कान लिए ,
खुद के कदम पीछे लेते हुए उनसे दूर हो गए,
वो हमे जानबुझकर हँसते जख़्म दे बैठे ,
चाहा जिसे हमने खुद से भी ज्यादा वो दिल मेरा चीर बैठे।
देखा था हमने ख्वाब साथ साथ कई सारे,
वो हर ख्वाब को अपने ऐस का समान समझ बैठे।
सोचा ना था वो मेरी मोहब्बत का इस्तेमाल करेगी,
किसी गैर के लिए मुझसे धोखा करेगी ।
Written by आफरीन
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