...

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कविता तू आवाज है कवि की
कविता तू आवाज है कवि की
बीते हुए कल की बात है
तो आने वाले कल की आगाज़ है
कविता तू आवाज है एक कवि की
कवि की तो तू पूरी दुनिया है
कवि अपनी कल्पनाएं तुझ में ही तो पिरोता है कभी नये फूल लगाकर
तो कभी किसी के पुराने मोती चुराकर कर कविता तू आवाज है कवि की
कविता तू प्रेमी के लिए दिल की बात है
तू जरिया बनता है देश प्रेमी के अल्फाजों का कविता तू पतझड़ में बसंत है
आने वाले जख्मों में मरहम है तू
कविता तू आवाज है कवि की
अगर तू जीवन के संघर्षों कि निशा है
तो तू ही खुशियों का सवेरा भी है
तू न जाने कितने कवियों कि प्रेमिकाओं का वर्णन है
कविता तू आवाज है कवि की
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