...

2 views

ख़ुश उन्हें तुम रहने दो...
जो ख़ुश हैं तुम्हारे बिना, ख़ुश उन्हें तुम रहने दो,
देके ख़ुद से आज़ादी, ख़ुद में उन्हें तुम जीने दो।

बदलकर तुमको फिर मुँह उसने ही मोड़ लिया,
ओढ़ने दो नक़ाब, पीछे भी उन्हें तुम हँसने दो।

आदत लगा देने के बाद एक दिन ऊब जाएँगे,
बढ़ने दो दूरियाँ, सुकूँ के घूँट उन्हें तुम पीने दो।

दिलाते हैं यक़ीं, नहीं औरों सी उनकी फ़ितरत,
तोड़के वादे उन्हीं औरों से उन्हें तुम मिलने दो।

ख़याली-बाग़ से वीराँ हक़ीक़त अच्छी है 'धुन',
कह उन्हें शुक्रिया, आगे ही उन्हें तुम बढ़ने दो।
© संगीता साईं 'धुन'

#sangeetapatidar #writco #WritcoQuote #poetry