मोहब्बत ही तो थी
जीता था जिया हूं जीता रहूंगा
मोहब्बत ही तो थी वो
मैं उसके लिए खुद को
क्यूँ खत्म करूँगा
हसना माँ ने सिखाया
बाप ने निडर बनाया
बहन ने हमेशा जगाया
उसके रुलाने पर खुद को क्यूँ रुलाउँगा
...
मोहब्बत ही तो थी वो
मैं उसके लिए खुद को
क्यूँ खत्म करूँगा
हसना माँ ने सिखाया
बाप ने निडर बनाया
बहन ने हमेशा जगाया
उसके रुलाने पर खुद को क्यूँ रुलाउँगा
...