बेटियां ❤✌
1⃣
बचपन से जितना देखा है,
जाना है, सुना है, समझा है,
सबने बेटियों को अपने-अपने,
हिसाब से परखा है।।
कपडों से लेकर, चप्पलो तक,
सब का जवाब माँगा है,
ऐसे मत चलो, वैसे मत बैठो,
सबने बेटियों पर अपनी बातें थोपा है।।
जींस पहना है, सूट क्यु नहीं,
सूट पहना है, सारी क्यु नहीं,
सारी पहना तो पल्लू क्यु नहीं,
सबने बेटियों को कुछ ऐसे परखा है।।
अकेले मे हस क्यु रहीं हो, ...
बचपन से जितना देखा है,
जाना है, सुना है, समझा है,
सबने बेटियों को अपने-अपने,
हिसाब से परखा है।।
कपडों से लेकर, चप्पलो तक,
सब का जवाब माँगा है,
ऐसे मत चलो, वैसे मत बैठो,
सबने बेटियों पर अपनी बातें थोपा है।।
जींस पहना है, सूट क्यु नहीं,
सूट पहना है, सारी क्यु नहीं,
सारी पहना तो पल्लू क्यु नहीं,
सबने बेटियों को कुछ ऐसे परखा है।।
अकेले मे हस क्यु रहीं हो, ...