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मेरी मोहब्बत 🥰❤
मेरी मोहब्बत किसी गुलाब की पंखुड़ियों पर पड़े ओस की बून्द के भाँति नहीं है...
जो बेहद खूबसूरत तो है, सूरज की आरंभिक किरणों के समागम से चमक तो उठती है...
पर दिन की तपिश में अपना अस्तित्व खो देती है।
मेरी मोहब्बत तेरे माथे पर टाँके हुये वो सिंदूर है जिसकी चमक, गौरव और वैभव तेरे साथ जाएगी या फिर......मेरे बाद!
mahadev 🙏🙏
© All Rights Reserved
जो बेहद खूबसूरत तो है, सूरज की आरंभिक किरणों के समागम से चमक तो उठती है...
पर दिन की तपिश में अपना अस्तित्व खो देती है।
मेरी मोहब्बत तेरे माथे पर टाँके हुये वो सिंदूर है जिसकी चमक, गौरव और वैभव तेरे साथ जाएगी या फिर......मेरे बाद!
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