नयी उम्मीद नया जीवन
सूरज की तपती कीरण ने प्यार से मुझे थपथपाया है
उठ जा पगली तेरा नया सवेरा आया है।
आकाश है साफ आज,कोपले नयी खिल उठी
रात का अंधेरा ,अब दूर दूर तक नही
सुरज के तपन,ने मुझे ये समझाया है।
चल उठ जा पगली तेरा नया सवेरा आया है।
जो बीता वो कल था,थोड़ा जि्दी और पागल था
तप,कर ही...
उठ जा पगली तेरा नया सवेरा आया है।
आकाश है साफ आज,कोपले नयी खिल उठी
रात का अंधेरा ,अब दूर दूर तक नही
सुरज के तपन,ने मुझे ये समझाया है।
चल उठ जा पगली तेरा नया सवेरा आया है।
जो बीता वो कल था,थोड़ा जि्दी और पागल था
तप,कर ही...