अब तुम्हें क्या बताऊं अपनी कहानी।
अब तुम्हें क्या बताऊं अपनी कहानी।
अब तो जलता हूं इश्क की चिंगारी से,
नहीं मिलता है पानी।
बेवफा ने हमें मोड़ लिया है।
अपने ही राहों पर, और तोड़ दिया पुराना घर।
निकल नहीं पाए हम इन्हीं के शरारत से।
जो जकड़ लिया हमें , अपने निगाहों के जंजीरों से।
कैसे आजाद हो जाऊं उनसे, ये तो मुश्किल कहानी है।
जो हमे इशारा कर रही है , अभी तलक, बस उनकी जवानी है।
हम चाह भी नहीं रखा उनसे, फिर भी उसने ही सताया।
नज़रों से इशारा करके, वो हमें अपनाया।...
अब तो जलता हूं इश्क की चिंगारी से,
नहीं मिलता है पानी।
बेवफा ने हमें मोड़ लिया है।
अपने ही राहों पर, और तोड़ दिया पुराना घर।
निकल नहीं पाए हम इन्हीं के शरारत से।
जो जकड़ लिया हमें , अपने निगाहों के जंजीरों से।
कैसे आजाद हो जाऊं उनसे, ये तो मुश्किल कहानी है।
जो हमे इशारा कर रही है , अभी तलक, बस उनकी जवानी है।
हम चाह भी नहीं रखा उनसे, फिर भी उसने ही सताया।
नज़रों से इशारा करके, वो हमें अपनाया।...